उठा पत्थर और मार उसे
कि सब पत्थर मार रहे उसे।
ज़ोर से हँस उस पर
कि सभी तो हँस रहे उस पर।
कुछ अपशब्द तू भी बोल
कि सभी तो बोल रहे उसे।
किस काम की विचारशक्ति
किस काम की तर्कबुद्धि
जब उसका उपयोग करना नहीं?
करना वह है जो कर रहे सभी।
No comments:
Post a Comment