आप थोड़े से ढीठ बन जाओ।
मेरी बात मानो
आप थोड़े से ढीठ बन जाओ।
लोगों के बदलते रवैये से
हैरान हो जाते हो,
परेशान हो जाते हो…
उनको अब ओर तवज्जो मत दो।
आप थोड़े से ढीठ बन जाओ।
बहुत असर कर जाती है
उन लोगों की बातें कभी
जो आपके बारे में कुछ जानते नहीं
जिन्हें आपके बारे में कुछ पता नहीं।
उनकी बातों को नज़रअंदाज़ कर लो।
आप थोड़े से ढीठ बन जाओ।
मत रुको उनके लिए
जो आपके लिए रुकते नहीं।
मत सुनो उनकी
जो आपकी भी सुनते नहीं।
आप परेशान हुए, अब उनको परेशान होने दो।
आप थोड़े से ढीठ बन जाओ।
एक फ़र्ज़ आपका
खुद अपने लिए भी है।
कोई क्यों फ़िक्र करेगा आपकी
जब आप खुद अपनी फ़िक्र करते नहीं।
थोड़े से मतलबी, थोड़े से बेपरवाह बन जाओ।
मेरी बात मानो
आप थोड़े से ढीठ बन जाओ।
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