भरी बरसात बन कर मिल.
तू मुझे यूँ बूंदों में मिलना छोड़ दे.
उम्रभर के लिए मिल.
तू मुझे यूँ पलभर के लिए मिलना छोड़ दे.
कहानी बन कर मिल.
तू मुझे यूँ चंद लफ़्ज़ों में मिलना छोड़ दे.
एक पूरी रकम बन कर मिल.
तू मुझे यूँ किश्तों में मिलना छोड़ दे.
~ शीतल सोनी