Friday 22 October 2021

प्रेम नहीं ...



आप उनसे प्रेम करते हैं. आप उन्हें यह बात बताते हैं. वे आपको साफ मना कर देते हैं और कहते हैं कि उनके दिल में आपके लिए ऐसे कोई एहसास नहीं है.

आप फिर उनकी उलाहना करते हैं, अपने दोस्तों के साथ उनका मज़ाक उड़ाते हैं, उन्हें ज़लील करने का और सताने का कोई मौका नहीं छोड़ते. उन्हें कोसते रहते हैं.

तो बात दूं यह प्रेम नहीं, वासना है. क्योंकि अगर सचमुच में प्रेम होता तो आप उनकी इच्छा का मान रखते. और वे भी यह जानते थे इसलिए आपसे दूरी बना ली होगी. रहा सहा जो भी भाव था वह आपकी हरकतों से घृणा में बदल जाता है. फिर उनको दोष क्यों देना? जब कि आपका प्रेम प्रेम नहीं, वासना ही है.

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