Sunday 21 November 2021

कभी ऐसा दिन भी तो आएगा





कभी ऐसा दिन भी तो आएगा जब वे समझेंगे ... कि लड़ाई सिर्फ अपने आप को सच साबित करने के लिए नहीं करते, कभी कभी यह दिखाने के लिए भी लड़ लेते हैं कि हम भी लड़ने की ताक़त और हिम्मत रखते हैं.

कभी ऐसा दिन भी तो आएगा जब वे समझेंगे ... कि हम चुप इसलिए नहीं हैं कि हमारे पास जवाब नहीं, कभी कभी इसलिए भी चुप रहते हैं कि उनकी योजनाएँ, उनके मनसूबे जान सकें.

कभी ऐसा दिन भी तो आएगा जब वे समझेंगे ... कि हम पीछे इसलिए नहीं हटे कि हम डर गए, कभी कभी यह देखना पड़ता है कि सामने वाला किस हद आगे आने की हिम्मत रखता है.

कभी ऐसा दिन भी तो आएगा जब वे समझेंगे ... कि हम इसलिए नहीं झुकते कि हम कमज़ोर हैं, हमने देखा है अनम्य पेड़ पहले काटे जाते हैं.

कभी ऐसा दिन भी तो आएगा जब वे समझेंगे ... कि ऐसा नहीं कि हम किसी को माफ़ नहीं करते, कभी कभी कुछ लोग माफ़ी के काबिल ही नहीं होते.

कभी ऐसा दिन भी तो आएगा जब वे समझेंगे ... कि तोडना तो हमें भी आता है मगर जो हमने तोड़ा तो वे कभी जोड़ ही न पाएंगे.

कभी ऐसा दिन भी तो आएगा जब वे समझेंगे ... कि हम इसलिए तकरार नहीं करते कि हमारे पास कोई दलील नहीं मगर हम उनकी तरह बेकार और फ़िज़ूल नहीं है.

कभी ऐसा दिन भी तो आएगा जब वे समझेंगे ... कि हम इसलिए नहीं मुस्कुराते कि हम खुश हैं, कभी कभी दूसरों की ख़ुशी देख मुस्कुरा देते हैं.




1 comment:

  1. आखरी लाईन इसीलिए नहीं मुस्कराते की हम खुश हैं........ मेगा लाइक

    ReplyDelete